Dhar News : धार अनाज मंडी में दीपावली के बाद कल से होगी खरीदी, शुभ मुहूर्त में पूजा फिर नीलामी
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इस बार सोयाबीन यानी पीले सोने में अच्छी चमक, 6 हजार रुपए क्विंटल तक मिल रहे है सोयाबीन के दाम
सीजन में आवक बढ़ने के कारण किसान केे साथ-साथ लोगों को भी होती है परेशानी, ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर नहीं है प्लान
Dhar News : धार। कृषि उपज मंडी में लंबे समय के अवकाश के बाद सोमवार को मुहूर्त में सोयाबीन की खरीदी का शुभारंभ होगा। दीपावली और मतदान के बाद सोमवार को मंडी खुलेगी। इसके पहले किसानों की आवक मंडी में शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में किसान अपनी उपज लेकर पहुंच रहे है। सोमवार को शुभ मुहूर्त में अनाज दहलन-तिलहन व्यापारी एसोसिएशन द्वारा मंडी प्रागंण कार्यालय में भगवान का पूजन किया जाएगा। इसके बाद गाजे-बाजे के साथ व्यापारी और मंडी अधिकारी निलामी स्थल पहुंचेंगे। किसान का तिलक लगाकर स्वागत करने के बाद निलामी शुरू होगी।
इस बार मौसम का साथ किसानों के लिए फायदेमंद रहा है। अच्छी बारिश के कारण फसल भी अच्छी आई है। खासतौर पर सोयाबीन की अच्छी पकत और रंग मिला है। इससे पीले सोने को भाव को भी अच्छा मिल रहा है। अब तक सोयाबीन के दाम करीब 6 हजार रुपए क्विंटल तक भी मिले हैं। वर्तमान में धार कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की खरीदी बंद है। धार कृषि उपज मंडी में 20 नवंबर को मंडी फिर से शुरू होगी। इस दिन शुभ मुहूर्त पर पूजा-अर्चना के बाद सोयाबीन की खरीदी का दौर शुरू होगा। इस तरह से नए साल का व्यापारी अपना कारोबार शुरू करेंगे।
जिले में इस बार सोयाबीन की बेहतर स्थिति रही है। मानसून की तमाम परेशानियों के बावजूद अंतिम दौर इस तरह से रहा, जिससे सोयाबीन को किसी तरह की नुकसानी की स्थिति नहीं बनी। साथ ही पानी की भी किसी तरह की कमी नहीं रही। सोयाबीन को लेकर अनुकूल स्थिति रही। जबकि गत कुछ वर्षों से लगातार मानसून की सोयाबीन फसल पकने के दौरान सक्रियता बन जाने से दिक्कतें आ रही थी। धार कृषि उपज मंडी में लगातार 8 से 10 हजार बोरी के बीच में सोयाबीन की आवक हो रही है। लेकिन अब यह आवक बढ़ने की उम्मीद रहेगी। अधिकतम 15 से 17 हजार प्रतिदिन बोरी की आवक तक यह जा सकती है।
व्यवस्थाओं का अभाव
कृषि उपज मंडी में सीजन की आवक बढ़ने के बाद व्यवस्थाओं के अभाव में खासी परेशानी झेलना पड़ती है। मंडी को शहर से बाहर करने की तमाम प्रक्रिया के बावजूद जनप्रतिनिधियों की जिद इसे बाहर नहीं जाने दे रही है। लेकिन वर्तमान मंडी में न तो पर्याप्त जगह है और न ही वाहनों के आने-जाने के पर्याप्त मार्ग है। स्टॉफ की भी कमी है। इस स्थिति में किसानों के साथ-साथ इस क्षेत्र से लगे लोगों को भी खासा परेशान होना पड़ता है। किसान और लोगों में कई बार मारपीट तक की नौबत बनी है। मंडी रोड पर अतिक्रमण और दिनभर वाहनों की आवाजाही भी परेशानी खड़ी करती है। इससे निपटने के लिए कोई कार्ययोजना इस सीजन में अब तक देखने को नहीं मिली है। हालांकि चुनावों के कारण आवक भी कम रही है। लेकिन अब यह बढ़ने की उम्मीद है, ऐसे में परेशानियां भी बढ़ेगी। इससे निपटने के लिए प्रशासनिक और पुलिस स्तर पर काम करेन की आवश्यकता है। ताकि शहरवासियों को परेशान न होना पड़े।